ख़बरों में क्यों?
पढ़ाई छोड़ने वाली लड़कियों की समस्या को देखते हुए पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण विभाग की ओर से बिहार के 12 जिलों में अति पिछड़ा आवासीय विद्यालय का निर्माण किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- इसमें एक साथ 6240 छात्राएं पढ़ाई कर सकेंगी।
- आवासीय विद्यालय के निर्माण में लगभग 556 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
- 2024 तक विद्यालय का निर्माण पूरा होने की संभावना है।
- आवासीय विद्यालय का निर्माण पांच एकड़ जमीन पर किया जाएगा। एक विद्यालय में छह से 12 कक्षा तक 520 छात्राएं पढ़ाई कर सकेगी।
- बिहार के जिन जगहों पर आवासीय स्कूल का निर्माण किया जा रहा है। उसमें आरा, बेगूसराय, भभुआ, बक्सर, गोपालगंज, जहानाबाद, खगड़िया, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, पटना, शेखपुरा, सीवान, सुपौल शामिल है। इसमें अधिकांश स्कूलों के लिए जमीन की तलाश पूरी हो चुकी है।