खबरों में क्यों ?
अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन योजना का विस्तार 2025-26 तक होने के बाद राज्य सरकार की अनुशंसा पर इस योजना में सूबे के 22 शहर शामिल किये गये हैं. इसके लिए सीवेज व सेप्टेज कनेक्शन सहित अन्य व्यवस्था की जायेगी.
प्रमुख बिंदु :
- केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने अमृत (अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन) योजना का 2025-26 तक विस्तार किया है.
- राज्य सरकार की अनुशंसा पर इस योजना में सूबे के 22 शहर शामिल किये गये हैं, जिनमें अगले तीन साल के दौरान 100 फीसदी घरों में स्वच्छ नल का जल व गंदे जल की निकासी के लिए सीवेज व सेप्टेज कनेक्शन सहित अन्य व्यवस्था की जायेगी.
- आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2015 से प्रारंभ अमृत मिशन के पहले फेज में कुल 64 योजनाएं ली गयी थी, जिनमें से अब तक 30 योजना को पूरा कर लिया गया है.
- अमृत 2.0 योजना में शामिल शहरों को मिशन पोर्टल पर ऑनलाइन सिटी वाटर बैलेंस प्लान (सीपीडब्लूपी) जमा करने होंगे. इससे शहर में जल की उपलब्धता, मांग और आपूर्ति की वास्तविक स्थिति पता चलेगी और कमियों को दूर किया जा सकेगा.
- इस मिशन के तहत न सिर्फ नागरिकों को बेहतर जल सेवाएं देने को प्रतिस्पर्धा बढ़ायी जायेगी, बल्कि जल संरक्षण को जन आंदोलन अभियान भी बनाया जायेगा. इस मिशन के जरिये इस क्षेत्र में स्टार्ट अप्स को भी प्रोत्साहित किया जायेगा.
बिहार के अमृत शहर में शामिल
औरंगाबाद, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, गया, जहानाबाद, कटिहार, किशनगंज, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पश्चिम चंपारण, पटना, पूर्वी चंपारण, पूर्णिया, रोहतास, सहरसा, सारण, सीवान, वैशाली.