प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोच्चि-मंगलुरु प्राकृतिक गैस पाइपलाइन राष्ट्र को समर्पित की। कोच्चि-मंगलुरु प्राकृतिक गैस पाइपलाइन एक राष्ट्र-एक गैस स्टूडियो की स्थापित करने की दिशा में महत्वाकांक्षी कदम है।
450 किलोमीटर लंबी इस गैस पाइपलाइन का निर्माण गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ’(GAIL) द्वारा किया गया है। तकरीबन 12 मिलियन टन मानक घन मीटर प्रतिदिन परिवहन क्षमता वाली इस प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के माध्यम से कोच्चि स्थित तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) रीगैसीफिकेशन टर्मिनल से मंगलुरु में प्राकृतिक गैस ले जाई जाएगी। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 3,000 करोड़ रुपये थी और इसके निर्माण के दौरान तकरीबन 1.2 मिलियन लोगों के लिए रोज़गार खर्च किया गया था।
इस प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के माध्यम से घरों के लिए पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) और परिवहन क्षेत्र के लिए संपींड प्राकृतिक गैस (CNG) के रूप में पर्यावरण के अनुकूल और सस्ता ईंधन की आपूर्ति की जाएगी। साथ ही यह वाणिज्यिक और औद्योगिक इकाइयों को भी प्राकृतिक गैस की आपूर्ति करेगा। इस तरह स्वच्छ ईंधन के उपयोग से वायु प्रदूषण को कम कर वायु गुणवत्ता में सुधार लाने में सहायता मिले