भगवान महावीर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर नालंदा के पावापुरी में आगामी ग्यारह नवम्बर से दो दिवसीय पावापुरी महोत्सव का आयोजन किया जायेगा। कला संस्कृति एवं युवा विभाग के तत्वावधान में आयोजित होने वाले महोत्सव के सफल आयोजन के लिए इक्कीस कोषांग का गठन किया गया है।
विभिन्न पदाधिकारियों को इस कोषांग का नोडल अधिकारी बनाया गया है। नालंदा के जिलाधिकारी शशांक
शुभांकर ने महोत्सव स्थल का निरीक्षण किया।
महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर होकर अतिम तीर्थंकर हैं। महावीर स्वामी ने कार्तिक कृष्ण अमावस्या के दिन ही कैवल्य ज्ञान प्राप्त करके निर्वाण प्राप्त किया था।
पावापुरी जिसे पावा ) भी कहा जाता है, भारत के बिहार राज्य के नालंदा ज़िले जिले में राजगीर और बोधगया के समीप स्थित एक स्थान है। यह जैन धर्म के मतावलंबियो के लिये पवित्र शहर है . भगवान महावीर को यहीं मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। यहाँ के जलमंदिर की शोभा देखते ही बनती है। संपूर्ण शहर कैमूर की पहाड़ी पर बसा हुआ है।