ख़बरों में क्यों :
राज्य सरकार की ओर से कोलकाता में तीन दिवसीय बिहार महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, लोक संस्कार, हस्तशिल्प, गीत-संगीत और राज्य के मशहूर व्यंजनों से बंगालवासी को अवगत करवाया गया।
प्रमुख बिंदु :
- बिहार महोत्सव के जरिए राज्य की सांस्कृतिक ब्रांडिंग एक बड़ा मकसद है। पिछले एक दशक से इसके मद्देनजर कला संस्कृति विभाग देश के विभिन्न राज्यों में इस महोत्सव का आयोजन करता रहा है।
- करीब डेढ़ दशक पूर्व कोलकाता के साल्ट लेक स्थित सभागार में तीन दिवसीय बिहार महोत्सव का आयोजन किया गया था। यह एक तरह से इस महोत्सव की शुरुआत भी थी।
- 2012 में जब राज्य ने अपनी स्थापना का 100वां वर्ष मनाया, तब से कला संस्कृति विभाग ने एक वित्तीय वर्ष में राज्य के बाहर दो बिहार उत्सव के आयोजन का प्रावधान अपने वार्षिक कैलेंडर में किया और इस कड़ी में गुवाहाटी, इलाहाबाद, दिल्ली, गोवा, अहमदाबाद आदि शहरों में यह आयोजन विभिन्न वर्षों में हुआ।
- अंतिम आयोजन 2020 में 1 से 3 मार्च तक अहमदाबाद में हुआ था।