ख़बरों में क्यों :
30 मई, 2022 को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में कवयित्री सागरिका राय के काव्य-संग्रह ‘अनहद-स्वर’ का लोकार्पण हुआ।
प्रमुख बिंदु :
- बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन एक हिन्दी सेवी संस्था है, जिसकी स्थापना 19 अक्टूबर, 1919 को मुज़फ्फरपुर में हुई थी। इसकी स्थापना में डॉ. राजेंद्र प्रसाद के साथ श्रीयुत जगन्नाथ प्रसाद की विशेष भूमिका रही है।
- स्थापना से लेकर 1935 तक इसका मुख्यालय मुजफ्फरपुर में था, किंतु 1935 में इसके मुख्यालय को पटना स्थानांतरित कर दिया गया।
- उल्लेखनीय है कि बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 41वाँ महाधिवेशन आंचलिक कथाकार रेणु को याद करते हुए बिहार हिन्दी साहित्यसम्मेलन के सभागार कदम कुआँ पटना में 2 और 3 अप्रैल को आयोजित किया गया।
- इस अधिवेशन में मिर्ज़ा गालिब कॉलेज, गया के हिंदी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. जियाउर रहमान ज़ाफरी को उनकी प्रसिद्ध किताब ‘गज़ल लेखन परंपरा और हिन्दी गज़ल का विकास’ के लिये सम्मानित किया गया।