भारत ने अमेरिकी एविएशन कंपनी ‘बोइंग’ कंपनी के साथ कुल 22 अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था, जिसमें से 17 अपाचे हेलीकाप्टरों की आपूर्ति पहले ही की जा चुकी है। भारत सरकार ने सितंबर, 2015 में 22 अपाचे हेलिकॉप्टर्स तथा 15 चिनूक हेलीकॉप्टरों के प्रोडक्शन तथा ट्रेनिंग के लिये अमेरिकी एविएशन कंपनी बोइंग के साथ 3 बिलियन डॉलर का सौदा किया था।
विशेषताएँ – एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों, हवा-से-हवा में मार करने वाली मिसाइलों तथा रॉकेटों पर निशाना साधने के अलावा अपाचे हेलीकॉप्टर में आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर क्षमताएँ विद्यमान हैं। यह हेलीकॉप्टर अनेक हथियारों की डिलीवरी करने में भी सक्षम हैं। अपाचे हेलीकॉप्टर में फायर कंट्रोल रडार भी है, जो 360 डिग्री का कवरेज प्रदान करता है और इसमें नाइट विज़न प्रणाली भी शामिल है। इस हेलीकॉप्टर का रख-रखाव करना भी काफी आसान है तथा यह उष्णकटिबंधीय एवं रेगिस्तानी क्षेत्रों में संचालन हेतु सक्षम है।
लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध के बीच अपाचे को लेह हवाई अड्डे पर तैनात कर दिया गया है। चीन के साथ सीमा विवाद के चलते 22 अपाचे हेलीकाप्टरों में से एक बेड़े को असम के जोरहाट वायुसेना बेस पर तैनात किया गया है। वर्तमान समय में अपाचे हेलिकॉप्टर की आपूर्ति चीन के विरुद्ध एक मज़बूत घेराबंदी करने में मददगार साबित होगी।