सीमांचल और कोसी क्षेत्र में बेकार पड़े 1 लाख हेक्टेयर वेटलैंड (Wetland) को उपयोग लायक बनाकर उसे मछली पालन और मखाना खेती योग्य बनाया जाएगा। वर्षों से कोसी और सीमांचल के इस वेटलैंड इलाके का उपयोग भूजल आपूर्ति के लिए किया जाता है। सरकार के द्वारा अब इसका उपयोग मछली पालन तथा मखाना की खेती के लिए भी किया जाएगा जिससे वह के किसानो को रोजगार के साथ साथ आय का श्रोत उपलब्ध हो सकेगा.
कुल एक लाख चार हजार 433 हेक्टेयर जमीन जो बेकार पड़ी है उसको बिहार सरकार चौर विकास योजना के तहत मखाना की खेती और मछली पालन के लिए तैयार करेगी। इसको पूरा करने के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा।