ख़बरों में क्यों?
स्वास्थ्य विभाग निजी सहभागिता से राज्य में कम से कम छह मेडिकल कचरा प्लांट की स्थापना करेगा। ऐसे प्लांट को कामन बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट एंड डिस्पोजल फैसिलिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। विभाग ने इसके लिए ईओआइ (एक्सप्रेशन आफ इंटरेस्ट) जारी करने का फैसला किया है।
प्रमुख बिंदु
- राज्य में सरकारी और निजी मिलाकर 15 हजार से अधिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्र चलाए जा रहे हैं। लेकिन यहां से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट और बायो मेडिकल कचरा के निस्तारण के लिए सिर्फ चार बायो मेडिकल वेस्ट प्लांट ही हैं। जबकि केंद्र सरकार की मार्गदर्शिका के अनुसार स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों के हिसाब से ऐसे प्लांट की संख्या 10 होनी चाहिए। ये प्लांट पटना, मुजफ्फरपुर गया और भागलपुर में हैं।
- अगले एक वर्ष के अंदर छह प्लांट कार्य करने लगेंगे विभाग को ऐसी संभावना है।