ख़बरों में क्यों ?
दिल्ली में आयोजित मिथिला महोत्सव-6 और मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल-3 में विभिन्न दलों के नेताओं ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मैथिली को रोजी-रोटी की भाषा बनाने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
प्रमुख बिंदु
- प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के परिसर में आयोजित मिथिला महोत्सव-6 और मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल-3 के आयोजन की शुरुआत मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल 3 से हुई।
- इसमें दो सत्रों में दो विषयों ‘हवाई जहाज के दरभंगा पहुंचने से मिथिला के विकास में कितने पंख लगे’ और ‘प्रवासी मैथिल राजनीतिक रूप से समृद्ध क्यों नहीं’ पर चर्चा हुई।
- कार्यक्रम का आयोजन मैथिल पत्रकार ग्रुप ने प्रेस एसोसिएशन, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और ओखला प्रेस क्लब के सहयोग से किया था।