वैश्विक शांति सूचकांक (Global Peace Index-GPI), 2023 के अनुसार, भारत 163 देशों में से 126 वें स्थान पर है, जबकि वर्ष 2022 में भारत की रैंकिंग 128वीं थी।
इसे ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंकइंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस द्वारा जारी किया जाता है।
ग्लोबल पीस इंडेक्स दुनिया की 99.7% आबादी को कवर करता है।
यह रिपोर्ट अब तक का सबसे व्यापक डेटा का विश्लेषण प्रस्तुत करती है कि शांति की प्रवृत्तियों एवं इसके आर्थिक मूल्य और शांतिपूर्ण समाजों को कैसे विकसित किया जाए।
तीन क्षेत्र में शांति की स्थिति को मापता है-
(1) सामाजिक सुरक्षा और संरक्षा का स्तर
(2) चल रहे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष की सीमा
(3) सैन्यीकरण की डिग्री
प्रमुख बिंदु:
वैश्विक शांति का औसत स्तर लगातार नौवें वर्ष भी खराब रहा है।
84 देशों में सुधार और 79 देशों में गिरावट दर्ज की गई है। यानी सुधारों की तुलना में गिरावट बढ़ी है।
वैश्विक संघर्ष से होने वाली मौतें 96% बढ़ गईं।
दस शीर्ष स्थान प्राप्तकर्ता देश-
आइसलैंड (रैंक-1),
डेनमार्क(रैंक-2),
आयरलैंड (रैंक-3),
न्यूज़ीलैंड (रैंक-4),
ऑस्ट्रिया (रैंक-5),
सूची में अंतिम पांच देश-
अफ़ग़ानिस्तान (रैंक-163),यमन(रैंक-162), सीरिया(रैंक-161),दक्षिण सूडान (रैंक-160) और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (रैंक-159)