एक ऐतिहासिक क्षण में, केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग और आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने मुंबई से भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रूज लाइनर ( First international cruise liner in India ) कोस्टा सेरेना की पहली यात्रा को हरी झंडी दिखाई। यह स्मारकीय आयोजन माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी “देखो अपना देश” पहल द्वारा संचालित भारत के क्रूजिंग और पर्यटन उद्योग में एक परिवर्तनकारी चरण की शुरुआत का प्रतीक है।
सागरमाला कार्यक्रम: समुद्री राज्यों के पर्यटन को बढ़ावा देने, क्रूज पर्यटन और लाइटहाउस पर्यटन परियोजनाओं पर सक्रिय विचार।
मैरीटाइम इंडिया विज़न 2030: भारत को एशिया प्रशांत क्षेत्र में प्रमुख क्रूज़ हब के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य।
बुनियादी ढांचे का विकास: देश भर में अत्याधुनिक क्रूज़ टर्मिनल स्थापित किए जाएंगे।
प्रक्रियात्मक मानकीकरण: मानकीकृत प्रक्रियाओं का कार्यान्वयन और ई-वीजा सुविधाओं की शुरूआत।
महत्वाकांक्षी लक्ष्य: वर्तमान 4.72 लाख की तुलना में 2030 तक 18 लाख क्रूज यात्रियों का लक्ष्य।
समुद्री अमृतकाल विज़न 2047: 2047 तक 25 परिचालन क्रूज़ टर्मिनलों और 5 मिलियन की अनुमानित वार्षिक यात्री संख्या की कल्पना।
क्रूज पर्यटन नीति: जीएसटी, कराधान और सीमा शुल्क जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को संबोधित करते हुए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप एक व्यापक नीति शुरू करने की योजना।