अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) का 7वां सत्र 4 नवंबर को नई दिल्ली के भारत मंडपम में शुरू हुआ, जिसमें भारत को अध्यक्ष और फ्रांस को सह-अध्यक्ष चुना गया। इस सत्र में श्री आशीष खन्ना को ISA का तीसरा महानिदेशक नियुक्त किया गया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में 120 से अधिक देशों और वैश्विक भागीदारों ने हिस्सा लिया।
ISA का उद्देश्य सौर ऊर्जा को बढ़ावा देकर एक स्वच्छ, जलवायु-अनुकूल और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत के रूप में ऊर्जा सुरक्षा प्राप्त करना है। यह गठबंधन उन देशों का समूह है जो सौर संसाधनों से संपन्न हैं और जिन्हें “सनशाइन देश” कहा जाता है। ISA का मुख्यालय हरियाणा के गुरुग्राम में स्थित है और इसे सौर नीतियों और अनुप्रयोगों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी माना जाता है।
ISA की शुरुआत 2015 में पेरिस, फ्रांस में COP-21 के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इसके पहले सम्मेलन का आयोजन 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नेतृत्व में किया गया था।