प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2 जनवरी 2020 को कर्नाटक के तुमकुर में आयोजित एक जनसभा में राज्यों के प्रगतिशील किसानों को कृषि मंत्री के कृषि कर्मण पुरस्कार और प्रशंसा पुरस्कार वितरित किए।
उन्होंने दिसंबर 2019 से मार्च 2020 तक की अवधि के लिए पीएम किसान (प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि) के तहत 2000 रुपये की तीसरी किस्त भी जारी की। इससे लगभग 6 करोड़ लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कर्नाटक के चुनिंदा किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) भी वितरित किए। प्रधानमंत्री ने 8 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के लाभार्थियों को पीएम किसान के तहत प्रमाण पत्र भी सौंपे। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु के चुनिंदा किसानों को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने वाली नौकाओं और फिशिंग वेसल्स ट्रांसपोंडरों की चाबियां भी सौंपी।
- एक मिलियन टन से कम कुल खाद्यान्न उत्पादन श्रेणी में मणिपुर को वर्ष 2017-18 के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार प्रदान किया गया। पुरस्कार स्वरूप मणिपुर को पांच करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई।
कृषि कर्मण पुरस्कार
कृषि और सहकारिता विभाग, भारत सरकार ने 2010-11 के दौरान खाद्यान्न उत्पादन में राज्यों के सराहनीय प्रयासों को मान्यता देने के लिए एक “रिवार्ड स्कीम” की घोषणा की।पुरस्कार योजना के तहत के दो सेट शामिल किए गए थे। एक कुल खाद्यान्न उत्पादन के लिए और दूसरा चावल, गेहूं, दलहन और मोटे अनाज खाद्यान्न फसलों के लिए।
कुल खाद्यान्न उत्पादन के लिए पुरस्कारों की तीन श्रेणियां हैं। श्रेणी 1 उन राज्यों के लिए है जहां कुल खाद्यान्न उत्पादन 10 मिलियन टन से अधिक है। श्रेणी 2 उन राज्यों के लिए है जहां कुल खाद्यान्न उत्पादन 10 मिलियन टन से कम है लेकिन 1 मिलियन टन से अधिक है। श्रेणी 3 उन राज्यों के लिए है जहां कुल खाद्यान्न उत्पादन 1 मिलियन टन से कम है।