उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हवाई अड्डे को बेहतर कनेक्टिविटी और पर्यटन और आतिथ्य को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश में कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में घोषित किये जाने को स्वीकृति दे दी है। कुशीनगर बौद्ध सर्किट का मध्य-बिंदु है, हालांकि वहाँ कोई हवाई अड्डा नहीं था। इसलिए इसे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित किया जा रहा है।
निर्णय का प्रभाव – कुशीनगर उत्तर प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है । यह प्रमुख बौद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। निकटवर्ती लुम्बिनी, श्रावस्ती, कपिलवस्तु जैसे प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थल हैं, जबकि कुछ ही दूरी पर सारनाथ और गया जैसे स्थान भी शामिल हैं। एक महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल होने के कारण, थाईलैंड, कंबोडिया, जापान, म्यांमार जैसे देशों से भक्त सैकड़ों की संख्या में यहाँ आते हैं। ऐसी स्थिति में, कुशीनगर के हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में घोषित करने से यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों को प्रतिस्पर्धी लागत पर अधिक विकल्प मिलेंगे और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही क्षेत्र का आर्थिक विकास भी गति प्राप्त करेगा। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय सीमा के बहुत करीब होने के कारण यह हवाई अड्डा सामरिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है ।