10 जुलाई, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्र को समर्पित किया।
- 750 मेगावाट की इस परियोजना में पूर्ण क्षमता के साथ सौर ऊर्जा का उत्पादन प्रारंभ हो चुका है।
- इस परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड, मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड और भारतीय सौर ऊर्जा निगम के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
- यह परियोजना रीवा जिले की गुढ़ तहसील में 1590 एकड़ क्षेत्र में स्थापित है।
- इसके विकास के लिए रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (आरयूएमएसएल) को केंद्रीय वित्तीय मदद के रूप में 138 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई।
- यह परियोजना भारत में और एशिया में सबसे बड़ी सिंगल साइट सौर परियोजना है।
- इस परियोजना को विश्व बैंक द्वारा ऋण राज्य शासन की गारंटी के बिना क्लीन टेक्नोलॉजी फंड के तहत सस्ती दरों पर प्रदान किया गया।
- यह परियोजना प्रतिवर्ष 15 लाख टन कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) के बराबर कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी।
- यह परियोजना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें प्रतियूनिट की क्रय दर 2.97 रुपये है, जो अब तक की न्यूनतम दर है।
- यह परियोजना राज्य के बाहर एक संस्थागत ग्राहक (दिल्ली मेट्रो) को आपूर्ति करने वाली पहली अक्षय ऊर्जा परियोजना है।
- इस परियोजना से उत्पादित 24 प्रतिशत विद्युत दिल्ली मेट्रो को और शेष 76 प्रतिशत विद्युत मध्य प्रदेश के राज्य विद्युत वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को प्रदान किया जा रहा है।
- इस परियोजना को नवाचार और उत्कृष्टता के लिए ‘वर्ल्ड बैंक ग्रुप प्रेसीडेंट्स अवॉर्ड’