प्रमुख बिन्दु –
- 15 जुलाई, 2020 को भारत और यूरोपीय संघ ने ‘‘व्यापार अड़चनों’’ को दूर करने के लिए उच्च स्तरीय संवाद स्थापित करने का निर्णय लिया।
- दोनों पक्ष इस उद्देश्य हेतु एक पंचवर्षीय रोडमैप पर सहमत हुए।
- 15वें भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में आगामी पाँच वर्षों 2020-2025 के लिये वैज्ञानिक सहयोग पर समझौते को नवीनीकृत करने पर सहमत हो गए।
- ‘रोडमैप 2025’ के तहत दोनों पक्षों ने स्वतंत्रता, खुलेपन और समुद्री क्षेत्र में समावेशी दृष्टिकोण के संरक्षण के लिए हिंद महासागर के साथ-साथ प्रशांत महासागर में शांति, स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है।
- इसके अलावा रोडमैप में अन्य बहुत से क्षेत्रों को समावेशित किया है, जिस पर दोनों पक्ष भविष्य में मिलकर काम करेंगे।
- दोनों पक्ष समयबद्ध तरीके से नवीनीकृत प्रक्रिया शुरू करने और अनुसंधान एवं नवाचार में 20 वर्षों के मज़बूत सहयोग को अंगीकृत करने के लिये वचनबद्ध हैं।