74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधान मंत्री द्वारा डिजिटल इंडिया पहल से संबंधित तीन प्रमुख परियोजनाएं; ‘राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन’, ‘साइबर सुरक्षा नीति’ – 2020, और 1,000 दिनों में सभी छह लाख गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने की घोषणा की गई ।
राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन
राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य प्राधिकरण की स्थापना के प्रस्ताव के साथ भारत में डिजिटल हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर की शुरुआत वर्ष 2017 की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति के तहत माना जाता है।नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन’ का खाका जुलाई 2019 में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण की अध्यक्षता में जारी किया गया था।नवीनतम रणनीतिक दस्तावेज़ 7 अगस्त, 2020 को जारी किए गए थे।
NHDM एक पूर्ण डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र होगा, जिसके तहत चार प्रमुख डिजिटल पहल; हेल्थ आईडी, पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड, डिजी डॉक्टर और स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री को लॉन्च किया जाएगा।नवीन NDHM रणनीतिक दस्तावेज में डॉक्टरों, अस्पतालों, फार्मेसियों, और बीमा कंपनियों द्वारा डिजिटल रजिस्ट्री का निर्माण करने, ‘डिजिटल व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने ‘डिजिटल नैदानिक निर्णय प्रणालियों’ की रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
नेशनल हेल्थ आईडी सिस्टम ’पर भी चर्चा की गई है, जिसके द्वारा मरीज अस्पतालों और डॉक्टरों के बीच अपने डेटा को डिजिटल रूप से साझा कर सकते हैं।नेशनल हेल्थ आईडी ’के निर्माण का उद्देश्य भविष्य में उपयोग के लिए व्यक्ति के स्वास्थ्य से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी संग्रहीत करना है।हर मरीज जो अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से उपलब्ध कराना चाहता है, उसे शुरू में एक हेल्थ आईडी बनानी होगी।
प्रत्येक आईडी को रोगी की सहमति के साथ ‘व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड मॉड्यूल’ से जोड़ा जाएगा।
हेल्थ आईडी बनाने के लिए व्यक्ति से संबंधित बेसिक आईडी और मोबाइल नंबर या आधार नंबर जरूरी होगा।