पश्चिमी चंपारण में केले के छिलके के रेशे से सामग्री निर्माण
बिहार में स्वरोजगार के लिए लोगों को कई तरह से प्रशिक्षित किया जा रहा है। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में, लोगों को केले के छिलके के रेशों से टोपी सहित कई सामग्री बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। आपको बता दें कि पश्चिम चंपारण जिले के अन्य ब्लॉकों में भी केले के छिलकों से टोपी और अन्य सामग्री बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इससे महिलाओं के रोजगार और उत्थान को भी बढ़ावा मिल रहा है।
इस केले के छिलके के एक ही फाइबर से कई सामग्री शानदार ढंग से बनाई जाती है। यह केला फाइबर बहुत मजबूत और टिकाऊ भी है। इसके रेशों से रंगीन टोपी भी बनाई जाती है। इसके साथ ही अन्य सामग्री जैसे झोला आदि बनाए जाते हैं। यदि कोई महिला इस प्रशिक्षण में शामिल होना चाहती है, तो उसे प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इससे महिलाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा मिल रहा है।