जिले के कहलगांव में स्थित ऐतिहासिक विक्रमशिला विश्वविद्यालय खंडहर विरासत की सुरक्षा कड़ी की जा रही है। अब विश्वविद्यालय के खंडहरों की सुरक्षा बिहार सैन्य बल को सौंप दी गई है। भागलपुर पुलिस को लॉ एंड ऑर्डर एडीजी अमित कुमार द्वारा जारी आदेश का पत्र मिला। आपको बता दें कि पुलिस मुख्यालय में राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की एक बैठक हुई थी। जिसमें धार्मिक और एतिहासिक स्थलों की सुरक्षा पर बहुत विचार-विमर्श के बाद 8 धार्मिक और विरासत स्थलों को बीएमपी को सौंपने का निर्णय लिया गया है जिसमें विक्रमशिला के खंडहर भी शामिल है इसके अलावा नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर, सासाराम स्थित शेरशाह का मकबरा ,गया स्थित महाबोधि मंदिर, पटना स्थित तख्त श्री हर मंदिर साहिब ,पटना महावीर मंदिर, विष्णुपद मंदिर गया और राजगीर स्थित विश्व शांति स्तूप शामिल हैं.
विक्रमशिला विश्वविद्यालय :
कहलगांव स्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना आठवीं शताब्दी में पाल वंश के शासक धर्मपाल द्वारा की गई थी. पूर्व मध्यकालीन भारतीय इतिहास में इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी. विक्रमशिला विश्वविद्यालय को नालंदा के समकक्ष माना जाता है. इसका निर्माण 770 से 810 ईसा पूर्व करवाया गया था. यहां पर बौद्ध धर्म एवं दर्शन के अतिरिक्त न्याय एवं तत्व ज्ञान और व्याकरण का भी अध्ययन कराया जाता था.