बिहार विधानसभा को अपना नया उपाध्यक्ष मिल गया है। छह साल बाद हुए चुनावों में जेडीयू उम्मीदवार महेश्वर हजारी को 124 वोट मिले, जबकि राजद उम्मीदवार भूदेव चौधरी के समर्थन में वोट देने के लिए विपक्ष सदन में अनुपस्थित रहा। राजद सहित सभी विपक्षी दलों के विधायक उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया के दौरान सदन से बाहर बैठे रहे।
महेश्वर हजारी को कुल 124 मत मिले। महेश्वर हजारी के चुनाव के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन को संबोधित किया।
छह वर्ष बाद विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए वोटिंग हुई। संख्या के लिहाज से यह पद एनडीए के खाते में जाना पहले से ही तय था। विधानसभा सचिव के कक्ष में हुए नामांकन के मौके पर यह चर्चा रही थी कि मतदान में शामिल होने के लिए दोनों गठबंधन अपने-अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर सकते हैं। इस पद पर छह साल के बाद किसी व्यक्ति का निर्वाचन हुआ है। 2012 से 2015 तक विधानसभा में भाजपा के अमरेंद्र प्रताप सिंह ने उपाध्यक्ष पद का दायित्व निभाया था।
महेश्वर हजारी :
महेश्वर हजारी 2005 में पहली बार विधायक बने थे। नीतीश कुमार की सरकार में वह नगर विकास एवं आवास, भवन निर्माण और उद्योग विभाग के मंत्री रह चुके हैं।