जाने-माने हिंदी लेखक, प्रो. शरद पगारे (Prof. Sharad Pagare) को प्रतिष्ठित व्यास सम्मान (Vyas Samman) – 2020 से सम्मानित किया जाएगा. उन्हें उनके उपन्यास “पाटलिपुत्र की सम्राज्ञी (Patliputra Ki Samragi)” के लिए 31 वें व्यास सम्मान से सम्मानित किया जाएगा.
1991 में शुरू किया गया व्यास सम्मान, केके बिड़ला फाउंडेशन द्वारा पिछले 10 वर्षों के दौरान प्रकाशित किसी भारतीय नागरिक द्वारा लिखित हिंदी में उत्कृष्ट साहित्यिक कार्य के लिए दिया जाता है. इसमें एक प्रशस्ति पत्र और पट्टिका के साथ चार लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाता है.
शरद पगारे मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के रहने वाले हैं और इंदौर में रहते हैं। वैसे वे इतिहास के प्रतिष्ठित विद्वान, शोधकर्ता और प्राध्यापक रहे हैं।