एनर्जी सेक्टर में बदलाव के लिए एक नया प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है। इसका नाम इंडिया एच2 एलायंस (आईएच2ए) होगा। इस मंच पर कई वैश्विक एनर्जी और औद्योगिक कंपनियां एक साथ आई हैं। इसकी अगुवाई मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज कर रही है।
मकसद:
इंडिया एच2 एलायंस (आईएच2ए) प्लेटफॉर्म की तरफ से जारी बयान के मुताबिक यह संगठन हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था और आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण की दिशा में काम करेगा। इसके साथ ही हाइड्रोजन के दोनों रूपों (नीला और हरित) के उत्पादन और भंडारण में मदद करेगा। वहीं, हाइड्रोजन युक्त ईंधन बैटरी के जरिये परिवहन व्यवस्था के विकास में भी मददगार साबित होगा।
यह संगठन रिफाइनरीज, उर्वरक, सीमेंट, बंदरगाह और लॉजिस्टिक जैसे क्षेत्रों पर ध्यान देगा। इस गठबंधन का उद्देश्य देश में शुद्ध रूप से शून्य कार्बन ऊर्जा का रास्ता तैयार करने के लिये हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी के वाणिज्यिकरण में मदद करना है।
इंडिया एच 2 एलायंस भारत में हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था और आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण के लिए एक साथ काम करेगा और ब्लू और ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और भंडारण को विकसित करने के साथ-साथ हाइड्रोजन-उपयोग औद्योगिक क्लस्टर बनाने और हाइड्रोजन के साथ परिवहन उपयोग के मामलों में मदद करेगा। इसके अलावा यह संगठन हाइड्रोजन का उपयोग करने वाले औद्योगिक संकुलों तथा हाइड्रोजन युक्त ईंधन बैटरी के जरिये परिवहन व्यवस्था के विकास में भी मदद करेगा।
यह संगठन औद्योगिक संकुलों, रिफाइनरीज, उर्वरक, सीमेंट, बंदरगाह और लॉजिस्टिक जैसे क्षेत्रों पर ध्यान देगा। उल्लेखनीय है कि इसका गठन ऐसे समय में किया गया है जब भारत सरकार नेशनल हाइड्रोजन मिशन पर काम कर रही है।