आयुष मंत्रालय ने गुरुवार को अपने ‘आयुष क्लिनिकल केस रिपोजिटरी ( Ayush Clinical Case Repository Portal ) पोर्टल और आयुष संजीवनी ऐप ( Sanjivani App ) के तीसरे संस्करण को लॉन्च किया है।
Sanjivani App का रिपोजिटरी और उन्नत संस्करण बहुत बड़े डिजिटल स्वास्थ्य मिशन का हिस्सा हैं। सचिव ने दोहराया, “इस रिपॉजिटरी और ऐप की मदद से आयुष 64, कबसुरा कुदानीर आदि पर वैज्ञानिक कार्य को आगे ले जा सकेंगे।”
आयुष क्लिनिकल रिपोजिटरी (एसीसीआर) पोर्टल आयुष चिकित्सकों और आम जनता दोनों की मदद करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
यह पोर्टल डेटा माइनिंग में बहुत मदद करेगा और यह पहली बार होगा जब हम यह जान पाएंगे कि आयुष चिकित्सकों ने वास्तव में कोविड-19 महामारी का मुकाबला कैसे किया है। यह विभिन्न रोग स्थितियों के उपचार के लिए आयुष प्रणालियों की ताकत का रिकॉर्ड तैयार करेगा।
यह ऐप आयुष को इसके माध्यम से प्राप्त वैज्ञानिक तिथि का उपयोग करके खुद को और अधिक आक्रामक तरीके से पेश करने में मदद करेगा। यह ध्यान देने योग्य है कि यह संस्करण चुनिंदा आयुष हस्तक्षेपों की प्रभावशीलता के बारे में एक महत्वपूर्ण अध्ययन/डॉक्युमेंटेशन की सुविधा प्रदान करता है, जिसमें बिना लक्षण वाले, हल्के से मध्यम लक्षण वाले कोविड-19 रोगियों के प्रबंधन में आयुष 64 और कबसुरा कुदिनीर दवाएं शामिल हैं।
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