थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के एकीकृत इलाज के लिए अगले माह तक मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में डे केयर सेंटर शुरू किया जाएगा. पीएमसीएच के बाद यह राज्य का दूसरा डे केयर सेंटर (Thalassemia Day Care Center) होगा। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग भागलपुर, पूर्णिया और गया के मेडिकल कॉलेजों में थैलेसीमिया डे केयर सेंटर भी स्थापित करेगा. इन केंद्रों पर प्रथम ब्लड बैंक मुफ्त रक्त उपलब्ध कराएगा। यह रक्त थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के लिए पीएमसीएच ब्लड बैंक को सौंपा गया है।
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यकारी निदेशक मनोज कुमार ने सोमवार को पीएमसीएच में स्थापित प्रथम थैलेसीमिया डे केयर सेंटर (Thalassemia Day Care Center) की पहली वर्षगांठ को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी. बता दें कि इस इंटीग्रेटेड सेंटर फॉर हेमोग्लोबिनोपैथी एंड हीमोफिलिया थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का उद्घाटन भी मनोज कुमार ने 14 जून 2020 को किया था।
बता दें कि इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य थैलेसीमिया रोग से पीड़ित बच्चों को बेहतर इलाज, देखभाल और परामर्श देना है। थैलेसीमिया एक ऐसी बीमारी है जो बच्चे को जन्म से ही जकड़ लेती है। यह रोग एक प्रकार का रक्त विकार है। जन्म के बाद नवजात के शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण ठीक से नहीं हो पाता और इन कोशिकाओं की उम्र भी कम हो जाती है। जिसके बाद उस बच्चे को हर साल 12 से 14 यूनिट रक्त देना पड़ता है। इसके लिए बीमार बच्चे को हर महीने एक यूनिट रक्त देना जरूरी हो जाता है।