बिहार के कई जिलों को सहजन की खेती (Drumstick cultivation) के लिए चयनित किया गया है, जहां पर किसानों को सहजन की खेती करने के लिए ₹50000 प्रति एकड़ दिए जाएंगे । सहजन के पत्ते औषधि गुणों से भरपूर होते हैं और इन पत्तों के पाउडर को विदेश में सप्लाई किया जाएगा इसके लिए 100 एकड़ में सहजन की खेती कराने की योजना सरकार के द्वारा बनाया गया है ।
पटना नालंदा, समस्तीपुर, वैशाली में अभी फिलहाल इस सहजन की खेती कराई जाएगी और किसानों को प्रति एक कर सहजन की खेती के लिए ₹50000 का अनुदान भी दिया जाएगा। हालाँकि यह भी निर्देश दिए गए हैं कि आने वाले समय में इस योजना में बिहार के अन्य राज्यों को भी जोड़ा जायेगा ।
यूरोपियन देशों में सहजन के पत्ते के बने पाउडर की बहुत मांग है अपने देश में सहजन के पत्ते के पाउडर ₹800 किलो की कीमत पर मिलते है विदेश में 3 गुना अधिक कीमत मिलती है। सहजन कि खेती से किसान के आय में भी बढ़ोतरी होगी ।