4 जनवरी‚ 2022 को एनएचपीसी लिमिटेड और ग्रीन एनर्जी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (जीईडीसीओएल) के मध्य प्रमोटर समझौता हस्ताक्षरित हुआ।
इससे पूर्व दोनों कंपनियों ने 20 जुलाई‚ 2020 को समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे।
प्रमोटर समझौते पर हस्ताक्षर के साथ दोनों कंपनियों ने संयुक्त रूप से ओडिशा में 500 मेगावॉट की फ्लोटिंग सौर ऊर्जा परियोजनाओं और अन्य ऐसी परियोजनाओं के कार्यान्वयन हेतु एक कंपनी स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की है।
यह कंपनी भारत सरकार के निर्देशानुसार समय-समय पर जेवीसी द्वारा तय की जा सकती है।
प्रस्तावित संयुक्त उद्यम कंपनी में एनएचपीसी की इक्विटी शेयरधारिता 74 प्रतिशत और जीईडीसीओएल की इक्विटी शेयरधारिता 26 प्रतिशत होगी।
कंपनी के पास 500 करोड़ रुपये की अधिकृत शेयर पूंजी और प्रारंभिक चुकता शेयर पूंजी 10 करोड़ रुपये होगी।
इस संयुक्त उद्यम के द्वारा पहले चरण में रेंगाली एच.ई.परियोजना के जलाशय में 300 मेगावॉट की फ्लोटिंग सोलर क्षमता की स्थापना की जाएगी।
यह परियोजना अल्ट्रा मेगा रिन्यूबल एनर्जी पावर पार्क (यूएमआरईपीपी)‚ सोलर पार्क योजना के मोड 8 के तहत लागू की जाएगी।
इस परियोजना के पहले चरण में 2000 करोड़ रुपये से अधिक राशि का परिव्यय होगा और प्रतिवर्ष इससे लगभग 600 मेगावॉट यूनिट (एमयू) ऊर्जा उत्पादित होगी।
यह ओडिशा में अपनी तरह की पहली और देश में अब तक की सबसे बड़ी परियोजना है।
इस परियोजना से निवेश और रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
इसके अलावा यह परियोजना राज्य को अपने अक्षय ऊर्जा उत्पादन लक्ष्य और खरीद दायित्व को पूरा करने में भी मददगार होगी।