रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में कल्पना चावला सेंटर फॉर रिसर्च इन स्पेस साइस एंड टेक्नोलॉजी का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने तीनों सेनाओं के रक्षा कर्मियों के बच्चों के लिए 10 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति योजना की भी शुरुआत की।
अत्याधुनिक Kalpana Chawla Center for Research in Space Science and Technology की स्थापना अंतरिक्ष विज्ञान एवं उपग्रह विकास में छात्रों को प्रशिक्षित करने और अंतरिक्ष अनुसंधान में भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के उद्देश्य से की गई है।
यह संस्थान चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्र उपग्रह (सीयूसैट) के लिए ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन होगा।
यह विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा डिजाइन की जा रही एक इन-हाउस विकसित नैनो-उपग्रह है तथा अन्य परियोजनाओं के अतिरिक्त अनुसंधान के लिए एक भू-स्थानिक केंद्र है।
वर्ष 2022 में 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अंतरिक्ष में 75 छात्र-निर्मित उपग्रह लांच किए जाएंगे‚ जिसमें सीयूसैट भी शामिल होगा।
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय अपने खुद के उपग्रह को डिजाइन और विकसित करने वाला उत्तर भारत का पहला विश्वविद्यालय बन गया है।
साथ ही यह ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले आईआईटी‚ कानपुर आईआईटी‚ बॉम्बे जैसे 13 संस्थानों की सूची में भी शामिल हो गया है।
सीयूसैट को प्रक्षेपित करने के साथ‚ पंजाब अंतरिक्ष में अपना उपग्रह स्थापित करने वाला भारत का पहला सीमावर्ती राज्य बन जाएगा।
यह उपग्रह सीमा पार घुसपैठ‚ कृषि मौसम पुर्वानुमान‚ प्राकृतिक आपदा पुर्वानुमान से संबंधित डेटा को एकत्रित करेगा‚ जो इन क्षेत्रों में विभिन्न समस्याओं के अनुसंधान व अध्ययन में सहायक होगा।