जनवरी‚ 2022 में ‘फ्यूचर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन’ (एफआईए) द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया ,( NSEI ) ट्रेंड की संख्या के आधार पर वर्ष 2021 में विश्व का सबसे बड़ा डेरीवेटिव्स एक्सचेंज बन गया।
एनएसई लगातार तीसरे वर्ष विश्व में सबसे बड़ा डेरीवेटिव्स एक्सचेंज बनने के साथ-साथ नकद इक्विटीज (Cash equities) में भी चौथा सबसे बड़ा एक्सचेंज रहा।
वर्ष 2021 में एनएसई पर कुल पंजीकृत निवेशकों की संख्या लगभग 5.5 करोड़ पर पहुंच गयी।
विगत 10 वर्षों में इक्विटी डेरीवेटिव्स के दैनिक औसत कारोबार में 4.2 गुना की वृद्धि हुई जो 2011 के 33,305 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2021 में 1.41 लाख करोड़ रुपये हो गया।
प्रतिभूतियों (Securities) को मोटे तौर पर तीन भागों में बांटा जाता है-(a) इक्विटी प्रतिभूतियां (Equity Securities) (b) ऋण प्रतिभूतियां (Debt Securities) (c) डेरिवेटिव्स प्रतिभूतियां (Derivatives Securities)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया की स्थापना 1992 में हुई थी।
निफ्टी-50, नेशनल स्टॉफ एक्सचेंज द्वारा जारी किया जाने वाला प्रमुख सूचकांक है।