जिला मुख्यालय बिहारशरीफ से सात किमी दूर एनएच 20 के किनारे सूबे का पहला मॉडल फ्लोरीकल्चर सेंटर बनाया जा रहा है ।यहाँ हाईटेक तकनीक से फूल फसल की नर्सरियां तैयार की जाएंगी।
यहाँ फूल फसलों के उन्नत पौध तैयार करने के लिए हाईटेक नर्सरी बनायी जायेगी। फूलों की खेती के लिए पॉली हाउस (शेडनेट) की स्थापना की जाएगी। साथ ही कार्यालय भवन सह प्रशिक्षण हॉल भी बनाया जा रहा है जहाँ रोस्टर के अनुसार विभिन्न जिलों के किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक तालाब भी होगा, जिसमें कमल व अन्य जलीय फूलों की खेती की जाएगी। योजना पर करीब 2.80 करोड़ खर्च होंगे।
प्रमुख तथ्य :
04 एकड़ में फैला होगा मॉडल फ्लोरीकल्चर सेंटर
02 करोड़ 80 लाख अनुमानित लागत है तय
उद्देश्य:
1. बिहार में फूलों की खेती को बढ़ावा देना।
2. यहां के किसानों को आत्मनिर्भर बनाना।
3. दूसरे प्रदेशों पर फूलों की निर्भरता कम करना।
4. पौधे के लिए दूसरे राज्यों
खूबियाँ :
1. हाईटेक नर्सरी (पौध तैयार करने के लिए)
2. पॉली हाउस/शेडनेट(फूलों की खेती होगी)
3. तालाब (कमल व अन्य जलिये फूलों की खेती)
4. कार्यालय भवन सह प्रशिक्षण हॉल