जलसन्धियाँ क्या है जलसन्धियाँ दो अलग-अलग जल निकायों को जोड़ते हैं, और दो स्थलखण्डों को अलग करते हैं। जबकि दो जलराशियों को अलग करने एवं दो स्थलखण्डों को जोड़ने वाले भू – खण्ड को स्थलखण्ड कहते है। जलसन्धियाँ का व्यावसायिक Read More …
Category: सामान्य ज्ञान
ज्वार- भाटा
ज्वार- भाटा सूर्य और चंद्रमा के आकर्षण के कारण, समुद्र के पानी के उठने और गिरने की घटना को ज्वार कहा जाता है। जब समुद्री जल एक लहर के रूप में ऊपर उठता है, तो उसे ज्वार या ज्वारीय तरंग Read More …
एल-निनो एवं ला-नीना
एल-निनो एवं ला-निनो एल – निनो यह एक गर्म पानी की धारा है, जो दक्षिण अमेरिका के पेरू तट के पश्चिम में उत्पन्न होती है। यह उत्तर से दक्षिण दिशा में बहती है। इसे काउंटर करंट के रूप में भी जाना जाता Read More …
हिमालयी नदियाँ
हिमालयी नदियाँ एवं उनके उद्गम स्थल नदी उद्गम स्थल लम्बाई(किमी ) सिंधु तिब्बत में मानसरोवर झील 880 झेलम वेरीनाग झील 724 चेनाब बारा लाचा 1180 रावी रोहतांग के निकट से 725 व्यास व्यास कुंड से 460 सतलज मानसरोवर के निकट 1450 गंगा गंगोत्री हिमनद 2525 यमुना यमुनोत्री 1326 घाघरा मापचाचुग हिमनदी 1080 गंडक नेपाल तिब्बत सिमा 425 कोसी सिक्किम तिब्बत नेपाल सीमा 730 ब्रम्पुत्र मानसरोवर के निकट 2900 Read More …
नदी तंत्र
नदी जल द्वारा निर्मित स्थलाकृति नदी का जीवन क्रम नदी अपने जीवन क्रम में तीन अवस्थाओं में होकर गुजराती है :- 1) युवावस्था इस अवस्था में नदियों की संख्या बहुत कम है। ये नदियाँ उथली V आकार की घाटी बनाती हैं, क्योंकि नदियाँ लम्बवत अपरदन करती हैं। इन क्षेत्रों में जल विभाजक भी पाए जाते Read More …
झीलों का वर्गीकरण
झील झीलें भूतल के विस्तृत गड्ढे हैं जो पानी से भरे होते हैं और स्थल के अंदरूनी हिस्से में स्थित होते हैं। यद्यपि कुछ झीलें स्थल के बाहरी हिस्सों में भी पाई जाती हैं, यह एक अस्थायी स्थलाकृति है जो Read More …
जलीय चक्र
जलीय चक्र पानी एक चक्रीय संसाधन है जिसका पुन: उपयोग किया जा सकता है। जैसे जल, जल चक्र द्वारा समुद्र से सतह तक और सतह से समुद्र तक पहुंचता है। जलीय चक्र चक्र पृथ्वी के नीचे, पृथ्वी के ऊपर और Read More …
जल-प्रपात
जल-प्रपात जब नदी ऊंचाई से सीधी भूपटल पर गिरती है, तो एक झरना बनता है। जल-प्रपात का निर्माण दो दशाओं में होती है:- 1) जब हार्ड शेल और सॉफ्ट शेल एक क्षैतिज दिशा में स्थित होते हैं, तो सॉफ्ट शेल Read More …
चट्टानें
चट्टानें वे सभी सामग्रियां जिनमें से पृथ्वी की भू-पर्पटी बनती है (जो जमीन से 16 किमी की गहराई तक फैली हुई है), चाहे वे ग्रेफाइट की तरह सख्त हों या चाकी अथवा मृत की भांति मुलायम हो चट्टान कहलाते है। Read More …
मैदानों का वर्गीकरण
मैदान भूपटल पर अपेक्षाकृत निचले और समतल क्षेत्रों को मैदान कहा जाता है। ये मैदान ऊंचे और नीचे भी हो सकते हैं। ऊंचाई के संदर्भ में, समुद्र तल से मैदान प्रायः 150 मीटर ऊँचा है। मैदानों का वर्गीकरण अवस्थिति निर्माण के आधार पर मैदानों का वर्गीकरण :- तटीय मैदान:- समुद्र Read More …
पठारों का वर्गीकरण
पठार ऐसी उच्च भूमिका, जिसकी चोटी सपाट और चौड़ी है, लेकिन किनारे (Cliff ) बहुत खड़ी ढलान है, पठार कहलाती है। दूसरे शब्दों में, भूपटल के वे स्थल पठार होते हैं जिनकी ढलान का कम से कम एक हिस्सा समीपी Read More …
विश्व के महत्वपूर्ण द्वीप
द्वीप द्वीप स्थलखंड के ऐसे हिस्से हैं, जिनके चारों ओर पानी का विस्तार पाया जाता है। द्वीपों को उत्पत्ति के आधार पर निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता है। विवर्तनिक द्वीप ऐसे द्वीपों की उत्पत्ति भूगर्भीय हलचलों के कारण होती Read More …