नाटो के विस्तार को सहयोग में बाधा बताते हुए रूस औपचारिक रूप से यूरोप में पारंपरिक सशस्त्र बलों पर संधि ( Conventional Armed Forces in Europe ,CFE ) से हट गया है। यह कदम रूस द्वारा हाल ही में व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) को रद्द करने और एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण लॉन्च के बाद उठाया गया है।
बर्लिन की दीवार गिरने के बाद 1990 में हस्ताक्षरित, सीएफई का उद्देश्य पारंपरिक हथियारों को सीमित करना और शीत युद्ध के प्रतिद्वंद्वियों के बीच सेनाओं के तेजी से निर्माण को रोकना था।
रूस के विदेश मंत्रालय ने सीएफई को “इतिहास” घोषित करते हुए कहा कि यह संधि रूस के हितों के अनुरूप नहीं है।
उन्होंने तर्क दिया कि नाटो देश गठबंधन के विस्तार के साथ-साथ प्रतिबंधों को दरकिनार कर रहे थे, जिससे यह समझौता रूस की सुरक्षा चिंताओं के लिए अप्रासंगिक हो गया।