
परिचय: भारत ने दूरसंचार विभाग में संयुक्त बेतार सलाहकार एम. रेवती को अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) में रेडियो संचार ब्यूरो के निदेशक पद के लिए अपना उम्मीदवार नामित किया है। यह कदम वैश्विक रेडियो स्पेक्ट्रम शासन में भारत की प्रभावशाली भूमिका को दर्शाता है और यह देश के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
एम. रेवती का अनुभव:
- विशेषज्ञता: एम. रेवती के पास स्पेक्ट्रम और उपग्रह कक्षाओं के प्रबंधन में लगभग 30 वर्षों का अनुभव है। उनका यह अनुभव उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाता है।
- वैश्विक मान्यता: रेवती की विशेषज्ञता और अनुभव ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाई है, जो भारत के दूरसंचार क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।
भारत का वैश्विक नेतृत्व:
- डब्ल्यूटीएसए सम्मेलन: अक्टूबर 2024 में नई दिल्ली में विश्व दूरसंचार मानकीकरण सम्मेलन (डब्ल्यूटीएसए) की सफल मेजबानी से भारत के वैश्विक दूरसंचार क्षेत्र में नेतृत्व की सराहना हुई। इस सम्मेलन में 150 से अधिक देशों के 3,700 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है।
- दूरसंचार में प्रगति: भारत ने पिछले कुछ वर्षों में दूरसंचार क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसमें नई तकनीकों का विकास और वैश्विक मानकों के साथ तालमेल बैठाना शामिल है।
महत्वपूर्ण प्रयास:
- रेडियो संचार ब्यूरो का निदेशक पद: यह पद वैश्विक दूरसंचार नीतियों और मानकों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एम. रेवती की नियुक्ति से भारत को इस क्षेत्र में अपनी आवाज उठाने और वैश्विक स्तर पर प्रभाव डालने का अवसर मिलेगा।
- स्पेक्ट्रम प्रबंधन: भारत का यह कदम स्पेक्ट्रम प्रबंधन में सुधार और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निष्कर्ष: भारत का आईटीयू में एम. रेवती को उम्मीदवार बनाना न केवल देश के दूरसंचार क्षेत्र की प्रगति को दर्शाता है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी है। यह कदम भारत को दूरसंचार नीतियों और मानकों के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करेगा।