चिली अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन ( International Solar Alliance , ISA ) का 95वां सदस्य बन गया है।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन ( International Solar Alliance , ISA ) की शुरुआत भारत और फ्रांस के संयुक्त प्रयास के रूप में की गई थी, इसकी संकल्पना 2015 में 21वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी21) के दौरान हुई थी।
2020 में आईएसए के फ्रेमवर्क समझौते में संशोधन के साथ, सभी संयुक्त राष्ट्र सदस्य देश गठबंधन में शामिल होने के लिए पात्र हो गए।
वर्तमान में, ऐसे 116 देश हैं जिन्होंने आईएसए पर हस्ताक्षरकर्ता के रूप में हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें से 94 ने पूर्ण सदस्य बनने के लिए आवश्यक अनुसमर्थन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन ( International Solar Alliance , ISA ) अपनी ‘टुवार्ड्स 1000′ रणनीति ( Towards 1000’ strategy ) द्वारा निर्देशित है, जिसमें आने वाले दशक के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य शामिल हैं। इस रणनीति के प्राथमिक उद्देश्य हैं:
निवेश जुटाना: आईएसए का लक्ष्य 2030 तक सौर ऊर्जा समाधानों में 1,000 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश जुटाना है।
ऊर्जा पहुंच: गठबंधन स्वच्छ ऊर्जा समाधानों का उपयोग करके 1,000 मिलियन लोगों तक ऊर्जा पहुंच प्रदान करना चाहता है, जो ऊर्जा गरीबी को दूर करने और आजीविका में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सौर ऊर्जा क्षमता: ISA की रणनीति का लक्ष्य 1,000 गीगावाट (GW) सौर ऊर्जा क्षमता की स्थापना को सुविधाजनक बनाना है।
उत्सर्जन में कमी: इन लक्ष्यों की प्राप्ति से हर साल 1,000 मिलियन टन CO2 के वैश्विक सौर उत्सर्जन में भी कमी आएगी।