अंतराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर राज्य के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) को नई सौगात मिली है. अब वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को पूरे देश की CATS की सूची (List of CATS) में 14वां स्थान मिला है. इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री नंदकिशोर यादव और अश्वनी चौबे ने दी. पर्यटन के लिहाज से बिहारवासियों के लिये अच्छी खबर है.
29 जुलाई टाइगर डे के रूप में मनाया जाता है और आज के ही दिन वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को CATS में शामिल कर लिया गया है. 2006 से 2010 के बीच वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या कुल 10 थी. यहां साल 2018 में बाघों की गिनती की गई थी, जिसमें 33 बाघ-बाघिन और 7 शावक मिले थे। 2021 में भी बाघों की संख्या की गणना की गयी है.अब 2021 में बाघों की संख्या पांच गुनी बढ़ गई है. लगातार टाइगर रिजर्व के कर्मियों के परिश्रम से यह सम्भव हो पाया है.
दरअसल, दुनिया भर में बाघों को बचाने के लिए बहुत काम हो रहे है, लेकिन सबसे ज्यादा कामयाबी भारत को मिली है. यही वजह है कि दुनिया के 70 प्रतिशत बाघ भारत में रहते हैं. इतना ही नहीं बाघों की संख्य़ा के मामले में भारत का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जा चुका है. 1973 में देश में सिर्फ 9 टाइगर रिजर्व थे. जिनकी संख्या अब बढ़कर 50 हो गई हैं.