
भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार ने नई दिल्ली में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के निजी दस्तावेजों का संग्रह (प्राइवेट पेपर्स) प्राप्त करने की घोषणा की है। इस अवसर पर श्री कलाम के परिवार द्वारा कागजात सौंपे जाने के लिए राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा एक औपचारिक हस्ताक्षर समारोह का आयोजन किया गया।
भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार के पास पहले से ही डॉ. राजेंद्र प्रसाद और वी. वी. गिरि जैसे पूर्व राष्ट्रपतियों से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज मौजूद हैं। यह अभिलेखागार भारत सरकार के गैर-वर्तमान अभिलेखों का संरक्षक है और सार्वजनिक अभिलेख अधिनियम 1993 के प्रावधानों के अनुसार प्रशासकों और शोधकर्ताओं के उपयोग के लिए इन्हें ट्रस्ट में रखता है।
एक प्रमुख अभिलेखीय संस्थान के रूप में, भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार अभिलेखीय चेतना को निर्देशित करने और आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह संग्रह न केवल डॉ. कलाम की विरासत को संरक्षित करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए उनके विचारों और योगदानों को भी उजागर करेगा।