केंद्र सरकार के द्वारा बिहार के 2 लोगों को पद्मश्री सम्मान (Padma Shri Award 2022) से सम्मानित किया गया है. सामाजिक कार्यों के लिए आचार्य चंदनाजी को पद्मश्री पुरुस्कार दिया गया, जबकि शैवाल गुप्ता को मरणोपरांत यह सम्मान साहित्य और शिक्षा में विशिष्ट योगदान के लिए दिया गया है. बार चार हस्तियों को पद्म विभूषण सम्मान दिया गया है.
आचार्य चंदनाजी राजगीर विरायतन में 53 सालों मानव सेवा में जुटे हैं. मूल रूप से वे महाराष्ट्र के अहमदनगर के रहने वाले हैं.
पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कार (Padma Shri Award 2022) भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं. ये पुरस्कार भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष भारतीय नागरिकों को उनके असाधारण कार्यों के लिए प्रदान किए जाते हैं. पद्म भूषण सम्मान 17 और पद्मश्री पुरस्कार 107 लोगों को दिया गया है.
अविभाजित बिहार का हिस्सा रहे झारखंड के गिरधारी राम गोंझू को भी पद्मश्री का सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है. उन्हें शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में मरणोपरांत यह सम्मान दिया जा रहा है. बता दें कि अप्रैल 2021 में गोंझू जी का निधन हो गया था. वे मूलतः नागपुरी भाषी थे और इसे झारखंड में संपर्क भाषा के रूप में बढ़ाने में वीपी केसरी के साथ महत्वपूर्ण काम किया था.