मुजफ्फरपुर के खादी ग्रामोद्योग में पंचगव्य (Panchagavya) इकाई स्थापित करने की कवायद शुरू हो गई है. गौशाला और खादी ग्रामोद्योग को संयुक्त रूप से जोड़कर इस इकाई की शुरुआत की जाएगी। इसी दिशा में मुंबई से गिली मिट्टी फाउंडेशन के सदस्य निरीक्षण करने पहुंचे. उनका मकसद ज्यादा से ज्यादा गौ किसानों को इससे जोड़ना है।
गाय के गोबर से पंचगव्य बनाया जाता है, जिसमें पेंट, साबुन, शैम्पू और क्रीम समेत अन्य सामग्री होती है। इस इकाई के खुलने से मुजफ्फरपुर में रोजगार का भी सृजन होगा। सरकार और बिहार खादी ग्रामोद्योग संघ मिलकर संयुक्त रूप से इसकी शुरूआत करेगी।
मुंबई की संस्था गिली मिट्टी ने मुजफ्फरपुर की सर्वोदय ग्राम कैम्पस में निरीक्षण किया। यह संस्था पहले से राष्ट्रीय स्तर पर पंचगव्य का उत्पादन करती है। अब बिहार में सरकार और बिहार खादी ग्रामोद्योग से जुड़कर बड़े पैमाने पर गौ पालन और पंचगव्य उत्पादन कर रोजगार सृजन करने की तैयारी में है।