अमृत महोत्सव के मद्देनजर राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने गंगा किनारे (रिवर बेड) और घाटों पर पंचवटी (Panchvati) के पौधे लगाने का निर्णय लिया है। पंचवटी के पौधे में पीपल, आम, गूलर, नीम एवं पाकड़ हैं। पौधे तैयार कर लिए गए हैं। ये पौधे वातावरण को काफी मात्रा में आक्सीजन प्रदान करते हैं।
पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह के अनुसार राज्य को हरा-भरा करने के लिए इस वर्ष पांच करोड़ पौधे लगाने की योजना है। अब तक 70 फीसद पौधे लगाए जा चुके हैं। शेष पौधे अगले माह लगाने की तैयारी है।
राज्य में हरियाली बढ़ाने को लेकर कई स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए वन एवं पर्यावरण विभाग तो काम कर रही रहा है, मनरेगा योजना को भी इससे जोड़ा गया है। पौधे लगाने के काम को रोजगार सृजन का जरिया भी बनाया गया है। मनरेगा के तहत लगाए गए पौधों की देखरेख के लिए भी मजदूरी का भुगतान किया जाता है।