बिहार के बेगुसराय में पहली बार गाय को टेस्ट ट्यूब (test tube calves) के माध्यम से गर्भधारण कराने के बाद बछिया का जन्म हुआ है। एम्व्रियो ट्रांसफर इन विट्रो फर्टिलाइजेशन तकनीक से बछिया का जन्म हुआ है। यह नस्ल संवर्धन एवं संरक्षण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। राज्य में 27 सितंबर 2020 में इसकी शुरुआत हुई थी। आइवीएफ तकनीक से शनिवार को उनकी गाय ने स्वस्थ बछिया को जन्म दिया।
टेस्ट ट्यूब प्रक्रिया में पहले अल्ट्रासाउंड के जरिए गाय के अंडाशय से अंडा निकाला जाता है। फिर अंडे को 24 घंटे के लिए मैचुरेशन के लिए रखा जाता है। मैचुरेशन के बाद 16 घंटे तक अंडों को फर्टिलाइजेशन मीडिया में रखा जाता है। उसके बाद कल्चर करते हैं, फिर जो भ्रूण तैयार होता है उसे सात दिनों तक लैब में रखा जाता है, जब वो प्रत्यारोपित करने योग्य हो जाता है तो उसे ग्राही गाय की कोख में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है।