1994 में अपनी स्थापना के बाद पहली बार वाल्मीकि प्रोजेक्ट टाइगर को देश के 51 टाइगर रिजर्व में से दो विशेष कार्यों के लिए केंद्र सरकार और एनटीसीए अर्थात नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी की ओर से बाघ रक्षक के लिए 5 वां और कैट्स अवार्ड के मामले में 14 वां रैंक देते हुए पुरस्कृत किया गया है। देश के 51 टाइगर रिजर्व में से सिर्फ पांच टाइगर रिजर्व से जुड़े व्यक्तियों को बाघ रक्षक का अवार्ड दिया गया, जिसमें वाल्मीकि नगर टाइगर रिज़र्व के मोहम्मद आरिफ भी शामिल है।
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार और एनटीसीए के द्वारा कंजर्वेशन एसुअर्ड टाइगर स्टैंडर्ड्स पुरस्कार के मामले में देश के 14 टाइगर रिजर्व की सूची में शामिल किया गया है । एक साथ दो विशेष कार्य के लिए वाल्मीकि नगर टाइगर रिज़र्व को इंटरनेशनल टाइगर डे के अवसर पर पुरस्कृत किए जाने से वाल्मीकि नगर टाइगर रिज़र्व की ख्याति राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुकी है। वाल्मीकि नगर टाइगर रिज़र्व के निदेशक सह संरक्षक हेम कांत राय ने बताया कि शीघ्र ही टाइगर रक्षक चुने गए मोहम्मद आरिफ को वाल्मीकि नगर टाइगर रिज़र्व प्रशासन के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
कैट्स अर्थात कंजर्वेशन एसुअर्ड टाइगर स्टैंडर्ड्स के लिए एनटीसीए की ओर से पुरस्कृत किए गए टाइगर रिजर्व में अन्नामलाई, बांदीपुर ,उड़ी मलाई, मानस, पेंज, दुधवा, काजीरंगा, औरंग, सुंदरवन, कान्हा, परमबीकुलम, सतपुड़ा, पन्ना सहित वाल्मीकि नगर प्रोजेक्ट टाइगर का नाम भी शामिल किया गया है।
इस बार अंतरराष्ट्रीय टाइगर डे के अवसर पर बाघ रक्षक अवार्ड से सम्मानित होने वालों में वीटीआर के मांगुराहा रेंज में काम करने वाले मोहम्मद आरिफ समेत 5 लोगों का नाम शामिल किया गया है। पहली बार मिली यह दोनों उपलब्धि वीटीआर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शीघ्र ही बाघ रक्षक मोहम्मद आरिफ को सम्मानित किया जाएगा।