पटना की बेटी आकांक्षा श्रीवास्तव को शिक्षक दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन की ओर से छात्र विश्वकर्मा अवार्ड (Vishwakarma Award) से नवाजा गया। देश के शिक्षा मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया। 38 हजार प्रतिभागियों में से आकांक्षा का चयन किया गया। अवार्ड में प्रशस्ति पत्र और 51 हजार रुपए नगद दिए गए।
कोविड से जब बड़ी संख्या में डॉक्टरों की मौत हो रही थी, उस दौर में आकांक्षा ने एक ऐसा रोबोट बनाया जो मरीज के पास पहुंचे बिना मरीज का ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल, पल्स रेट, ECG आदि कई तरह की जांच करता था। आकांक्षा BIT इंजीनियरिंग की छात्रा रही हैं।
आकांक्षा ने दिल्ली में अपने आविष्कार ‘मेडी रोबोट’ का प्रदर्शन भी किया। उनके स्टॉल पर आकर लोगों ने जाना कि बिहार की बेटी ने देश-दुनिया को कितनी जरूरी चीज दी है। आप मेडी रोबोट को अपने मोबाइल से कनेक्ट करके संचालित कर सकते हैं। इसमें लगे टैब पर मरीज को डॉक्टर का लाइव वीडियो भी दिखता रहता है। डॉक्टर दूर बैठकर ही मरीज का इलाज कर सकते हैं।
भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्) के छात्र विश्वकर्मा अवार्ड के लिए आकांक्षा के इस रोबोट का चयन बहुत जांच-परख के बाद किया गया।