मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रबी विपणन सीजन 2020-21 के तहत गेहूं खरीद ( wheat procurement ) पर समीक्षा बैठक में कई बड़े निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गेहूं का अच्छा उत्पादन हुआ है, इसलिए अधिक से अधिक गेहूं खरीदा जाए। खरीद की समय सीमा 31 मई तक और खरीद का लक्ष्य इस बार सात लाख टन रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खरीद प्रणाली को पारदर्शी और लचीला बनाने के लिए, किसानों को किसी भी व्यापार मंडल में गेहूं बेचने की अनुमति दी जाएगी। इस व्यवस्था से किसानों को गेहूं बेचने की अधिक सुविधा होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को गेहूं की खरीद के लिए प्रोत्साहित करें और इसे व्यापक रूप से प्रचारित करें। खरीद कार्य में कृषि विभाग की भी मदद लें। यदि गेहूं की खरीद का काम तेजी से किया जाता है, तो विभाग को अधिक धन की आवश्यकता होती है, तो सरकार इसे पूरा करेगी
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव और विनय कुमार, सहकारिता विभाग के सचिव बंदना पारसी ने न्यूनतम समर्थन मूल्य, खरीद अवधि और गेहूं खरीद / wheat procurement के लक्ष्य के बारे में जानकारी दी। प्रेजेंटेशन में जिलेवार गेहूं खरीद का ब्यौरा भी दिया गया। यह भी बताया गया कि गेहूं की खरीद की रैयत किसानों के लिए 150 क्विंटल और गैर-रैयत किसानों के लिए 50 क्विंटल है। इसके अलावा, गेहूं की कीमत 1975 प्रति क्विंटल रुपये में रखी गई है।
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