बिहार में हरित आवरण बढ़ाने के लिए नीतीश कुमार ने लक्ष्य निर्धारित कर लिया है. विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के मौक़े पर अपने सरकारी आवास पर महोगनी का पौधा लगाकर 5 करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य की शुरुआत कर दी गयी है. बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद मात्र 9 प्रतिशत हरित आवरण बच गया था. इस समस्या को देखते हुए नीतीश कुमार ने तय कर लिया था कि प्रदेश में हरित आवरण को बढ़ाना है, इसी के तहत शुरू हुई मिशन हरियाली 2012 में 22 करोड़ से ज़्यादा पौधे लगाए गाए थे.
मिशन 5.0 पौधारोपण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए वन विभाग के पौधशालाओं में 5.50 करोड़ से अधिक पौधे तैयार कराए गए. वन विभाग द्वारा 1.24 करोड़ पौधे विभिन्न विभागीय योजनाओं के अंतर्गत लगाए जाएंगे. ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत मनरेगा द्वारा 2.0 करोड़ एवं बिहार जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति, बिहार के तहत जीविका दीदियों द्वारा 1.5 करोड़ पौधों का रोपण किया जाना है. वन विभाग द्वारा विभागीय वृक्षारोपण के अतिरिक्त विभिन्न माध्यमों से आम जनता को विभागीय पौधशालाओं एवं मोबाइल वैन से प्रत्येक जिलों में 15.0 लाख पौधों का विक्रय किया जाएगा.
वन विभाग के द्वारा संबंधित संस्थाओं को निशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे. कृषकों की आय बढ़ाने के उद्धेश्य से कृषि वानिकी योजना अंतर्गत विभागीय पौधशालाओं से कृषकों को 50.0 लाख पौधे उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.