#1. कोई बच्चा पीछे नहीं, माता भी छूटे नहीं’ कार्यक्रम’ को अब बिहार के सभी जिलों में लागू करने की घोषणा की गयी है यह योजना किन लाभार्थियों को दिया जाता है ?
सरकार द्वारा संचालित महादलित, दलित एवं अल्पसंख्यक व अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत राज्य के 9 जिले में ‘कोई बच्चा पीछे नहीं, माता भी छूटे नहीं’ कार्यक्रम को अब पूरे बिहार में लागू किया जाएगा।
वर्तमान में नालंदा, वैशाली, अरवल, जहानाबाद, कटिहार, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं सुपौल जिले यह कार्यक्रम चल रहा है।
#2. फाइलेरिया मरीजों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र जारी करने वाला पहला जिला कौन बन गया है?
पहले फाइलेरिया मरीजों को दिव्यांगता की श्रेणी में नहीं रखा गया था लेकिन अब फाइलेरिया मरीजों को भी दिव्यांगता की श्रेणी में जोड़ा गया है। अब उनसभी मरीजों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा ताकि उन्हें केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सके। हाथीपांव मरीजों को दिव्यांगता की श्रेणी में जोड़ने वाला पूर्णिया पूरे बिहार में पहला जिला बना है।